मुजफ्फरनगर। नकली नोट तस्करी के मामले में गिरफ्तार किये गए आरोपित को रिमांड पर लेकर चंडीगढ क्राइम ब्रांच ने शहर कोतवाली क्षेत्र के कई गांवों की खाक छानी। सरगना को पकड़ने पहुंची चंडीगढ क्राइम ब्रांच को बाद में जानकारी हुई कि जिस बदमाश को पकड़ने के लिए वह पहुंचे हैं वास्तव में वह सहारनपुर जनपद का रहने वाला है। जिसके बाद चंडीगढ क्राइम ब्रांच पुलिस सहारनपुर के लिए रवाना हो गई।
चंडीगढ क्राइम ब्रांच ने आधी कीमत पर नकली करंसी खरीदकर उसे रात के समय दुकानों पर चलाने वाले युवक को मलोया बस स्टैंड चंडीगढ के समीप से गिरफ्तार किया था। आरोपित के पास से मौके पर 100-100 रुपये के छह नोट और उसके घर से 1600 रुपये के नकली नोट बरामद हुए थे। आरोपित की पहचान सेक्टर-38 वेस्ट के रहने वाले 20 वर्षीय प्रशांत गौतम के रूप में हुई थी। पुलिस ने कोर्ट से उसे तीन दिन के रिमांड पर लिया था। चंडीगढ ऑपरेशन सेल ने आरोपित से 100-100 के छह नकली नोट बरामद किए। उसके घर से 1600 (100-100 के नोट) बरामद हुए। पूछताछ में आरोपित ने बताया था कि वह नकली नोट मुजफ्फरनगर से आधी कीमत में खरीदकर लाता था। जिसके बाद चंडीगढ क्राइम ब्रांच सरगना की तलाश के लिए मुजफ्फरनगर पहुंची। रविवार को चडीगढ क्राइम ब्रांच के उप निरीक्षक जगतार सिंह, सहायक उप निरीक्षक रमेश कुमार सहित हेका. अजय कुमार व अन्य पुलिस कर्मियों ने शहर कोतवाली में आमद दर्ज कराई। जिसके बाद वह रोहाना पुलिस चैकी क्षेत्र की ओर रवाना हो गए। काफी तलाशने के बाद चंडीगढ क्राइम ब्रांच को जानकारी हुई कि सरगना की तलाश में उसे जिस डांडी गांव जाना है वह सहारनपुर जनपद के देवबंद कोतवाली क्षेत्र में आता है। जिसके उपरांत वह सहारनपुर के लिए रवाना हो गई।
नकली नोटों के खेल को रोकने में पुलिस फेल चंडीगढ़ क्राइम ब्रांच ने मारे जनपद में छापे