मुजफ्फरनगर। जिला अस्पताल में रिटायरमेंट के बाद भी सरकारी क्वार्टर कब्जा कर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की सांठगांठ से रह रहे एंबुलेंस चालक सुदेशवर के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर कई चैंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं सूत्रों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग ने नियमों को ताक पर रखते हुए गंभीर लापरवाही बरती और सड़क हादसे में मारे गए मजदूरों के शव को ले जाने के लिए सरकारी वाहन में प्राइवेट लोगों को भेज दिया गया माना जा रहा है कि एंबुलेंस चालक के पॉजिटिव पाए जाने की चेन इसी गंभीर लापरवाही से जुड़ी हुई है हालांकि अभी जांच होना बाकी है।
बता दें कि बिहार के गोपालगंज जाने के लिए पैदल मुजफ्फरनगर आ रहे प्रवासी श्रमिकों को शहर कोतवाली क्षेत्र के रोहाना टोल प्लाजा के पास रात्रि में रोडवेज बस चालक द्वारा कुचल दिया गया था इसमें छह श्रमिकों की मौके पर ही मौत हो गई थी इन श्रमिकों के शव पोस्टमार्टम के बाद उनके गृह जनपद पहुंचाने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रवीण कुमार चोपड़ा के मार्ग निर्देशन में व्यवस्था की गई थी सूत्रों के अनुसार इन शवों को पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के शव वाहन का प्रयोग किया गया इसमें सीएमओ कार्यालय के चालक विपिन कुमार के साथ ही सीएमएस डॉ पंकज अग्रवाल के वाहन चालक और कोरोना पॉजिटिव पाए गए सुदेश वर के पुत्र विपिन को लगाया गया विपिन अपने पिता की जनसेवा एंबुलेंस चलाने वाले दूसरे प्राइवेट चालक संजय कुमार को भी बिहारी श्रमिकों के शव के साथ सरकारी शव वाहन में बिहार लेकर गया था सूत्रों का कहना है कि यहीं से इस परिवार को कोरोना संक्रमण होने की संभावना ज्यादा मानी जा रही है सवाल यही उठता है कि बिहारी श्रमिकों के शवों को पहुंचाने के लिए सरकारी वाहन में प्राइवेट लोगों को आखिरकार की तो मजबूरी के चलते भेजने का जोखिम स्वास्थ्य विभाग की ओर से उठाया गया है इतना ही नहीं सूत्रों ने जानकारी दी है कि एंबुलेंस चालक सुदेश वर मैं कोरोना बीमारी के कोई भी लक्षण प्रतीत नहीं हो रहे थे जब स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला चिकित्सालय के स्टाफ के सैंपल जांच हेतु ले जा रहे थे तो उसी दौरान सुदेशवर ने भी अपनी जांच के लिए सैंपल दिया था जिसकी रिपोर्ट अब प्राप्त हुई है ऐसे में यही कहा जाएगा कि इस प्रकरण में गंभीरता से जांच की आवश्यकता है क्योंकि यह मामला अब सीएमओ ऑफिस तक भी पहुंचता नजर आ रहा है सबकी जांच होनी आवश्यक है ताकि स्थिति का सही ढंग से पता लगाया जा सके।